Pawan Singh: कौन कहता है आसमाँ में सुराख नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारों। ये पंक्ति आपने कई दफा किसी रिएलीटी शो में देखा होगा और अखबार, मैग्जीन समेत अन्य कई जगहों पर पढ़ा होगा। आज हम इस पंक्ति की बात इसलिए कर रहे हैं क्योंकि 18 वर्ष का एक युवा वो कीर्तिमान रच रहा है जो कईयों का सपना होता। यहां बात बिहार के कैमूर जिला के अंतर्गत आने वाले पचीलखी पोस्ट के जेवरी गाँव निवासी पवन सिंह नामक युवक की हो रही है। पवन ने अपनी मेधा और कुशलता के बल पर आज वो हासिल कर लिया है, जहां पहुंच पाना बेहद मुश्किल होता है। पवन सिंह एक उभरते सोशल मीडिया स्ट्रैटजिस्ट हैं जो अपनी रणनीतियों से किसी की संभावनाओं को बनाने या बिगाड़ने की क्षमता रखते हैं। यही वजह है कि राजनीति के क्षेत्र में उनका सिक्का चल पड़ा है और 18 वर्ष का ये युवा अपनी रणनीति की बदौलत आज लाखों की कमाई कर रहा है।
18 वर्ष की उम्र में कीर्तिमान रचने वाले पवन सिंह का पूरा परिचय
पवन सिंह बिहार के कैमूर जिला के अंतर्गत आने वाले पचीलखी पोस्ट के जेवरी गाँव के निवासी हैं। उनके पिता का नाम अजय सिंह उर्फ मिंटू सिंह है जिन्होंने अपने सुपुत्र को अच्छे परिवेश में पाला है। इसकी देन है कि आज युवा पवन अपने पिता के सपनों को साकार करते हुए लगभग दो लाख रुपए प्रति माह की कमाई कर रहा है। पवन सिंह का सिक्का अब कैमूर से इतर बक्सर, आरा, सिवान समेत बिहार के कई जिलों में चल रहा है। उनकी रणनीति ऐसी है कि वे लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर लेते हैं और उनके बिगड़े काम को चुटकियों में बना देते हैं।
सोशल मीडिया क्षेत्र के बादशाह बने पवन
18 की उम्र में यदि कोई युवक लाखों रुपए की कमाई कर रहा है, तो एक सवाल जरूर उठेगा कि ऐसी कौन की मेधा है जिसके बल पर इतनी कमाई की जा सकती है। पवन सिंह के मामले में ये मेधा सोशल मीडिया से जुड़ा है। फेसबुक, एक्स (पूर्व ट्विटर), इंस्टाग्राम, लिंकडिन समेत अन्य तमाम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के विषय में पवन सिंह को गहन जानकारी है। सोशल मीडिया पर बतौर इन्फ्लुएंसर या रणनीतिकार के रूप में अपनी भूमिका निभाने वाले पवन कई प्रतिष्ठित संस्थानों व समूहों के लिए काम कर चुके हैं। अपनी मेधा के बल पर पवन सिंह ने उन संस्थानों या समूह को वो ऊंचाई प्रदान की है जिसकी कोई कल्पना भी नहीं कर सकता है। यही वजह है कि बतौर सोशल मीडिया विशेषज्ञ, उनकी छाप बिहार के अलग-अलग हिस्सों में फैल रही है। अब आलम ये है कि पवन सिंह कई संस्थानों को नई ऊंचाई पर ले जाने की जिम्मेदारी बखूबी निभाते हुए अपना योगदान दे रहे हैं।
पवन सिंह के सहायक भी निभा रहे अहम भूमिका
यदि कोई शख्स एक लंबा-चौड़ा प्रोजेक्ट लेकर काम करता है, तो उसके पीछे एक पूरी टीम होती है जो अपनी अहम भूमिका निभाती है। पवन सिंह के मामले में भी ऐसा ही है। उनके साथ राज सिंह, सन्नी सिंह, आदित्य सिंह और सुरभी सिंह सहायक की भूमिका निभा रहे हैं। पवन सिंह के साथ उनके ये तीनों सहयोगी मिलकर सोशल मीडिया पर रणनीति बनाने की ऐसी विधा अपना रहे हैं, जिसे देख लोग इनके कायल हो रहे हैं। फिहाल के समीकरण को देखते हुए यही कहा जा सकता है कि यदि ऐसी विधा के साथ पवन सिंह का काम जारी रहा, तो इस युवा का नाम पूरे बिहार ही नहीं, बल्कि देश में गूंजेगा और अलग छाप छोड़ेगा।
